Substandard Foot and Mouth Disease Vaccine in India and its side effects: Sleeping administration
प्रिय मित्रों, आपको जानकार हर्ष होगा कि दुनिया में 4500 से ज़्यादा लोग उस रिपोर्ट को पढ़ चुके हैं जिसमें हमने भारत में प्रयोग होने वाली मुँह पका खुर पका (FMD) वैक्सीन की गुणवत्ता के बारे में बताया था. और 1500 से ज़्यादा लोगों ने उस रिपोर्ट को पढ़ा और डाउनलोड किया जिसमें बताया गाया था कि किस तरह ILL हैदराबाद की बनी हुई FMD वैक्सीन लगने के बाद भी भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान में FMD फैली और 4 दर्जन से भी ज़्यादा बहुमूल्य पशु वैक्सीन लगने के एक महीने के अंदर ही FMD से मार गये. आपके लिए भी यह सब जानना देश हित में, किसानों के हित में और पशुओं के भले के लिए जानना ज़रूरी है जिससे खराब गुणवत्ता की वैक्सीन उत्पादक कंपनियों की लूट को शीघ्रतशीघ्र रोका जा सके.
Dear friends, you will be happy to know that more than 4500 people all over the world have read and downloaded our report on substandard Foot and Mouth Disease (FMD) vaccine used to bluff farmers of India (https://www.researchgate.net/publication/267705649_Testing_of_FMD_Vaccine_intended_to_be_used_under_FMD-CP_of_Govt_of_India_at_CCS_NIAH_Baghpat_UP_India) and more than 1500 people tried to understand how IIL made FMD vaccine failed in premiere institute of veterinary research (IVRI) leading to death of more than four dozens of precious animals (https://www.researchgate.net/publication/306324222_Epidemiology_and_Statistics_of_Indian_Veterinary_Research_Institute_Dairy_during_Foot_and_Mouth_Disease_FMD_Outbreak_in_January-February_2016). You need to understand it too to save the nation, to save the farmers and to save the animals from sufferings from the ongoing loot by producers of substandard vaccine.
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