Sunday, January 21, 2018

पत्नी स्त्रोत

बसंत पंचमी के अवसर पर रचित पत्नी   स्त्रोत
हे देवी. हे महादेवी. परमदेवी तुम्हारे चरणों में सादर, साभार समर्पित 
त्वमेव गौरी च काली त्वमेव 
त्वमेव शक्ति च भक्ति त्वमेव
त्वमेव आख्या च व्याख्या त्वमेव 
त्वमेव राधा च सीता त्वमेव 
त्वमेव विद्या च गीता त्वमेव 
त्वमेव शान्ति च भ्रान्ति त्वमेव 
त्वमेव शंकरी च चंडी त्वमेव
त्वमेव देवी मम देव देव.
ॐ शांति शांति शांति.


पत्नी सम्बंधित सभी दुःखो से मुक्ति के लिए एकमात्र उपाय